हरिचंद्र: Difference between revisions
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<li><span class="HindiText">नोमक वंश के कायस्थ आर्द्रदेव नामक श्रेष्ठी के पुत्र आचारशास्त्र के वेत्ता जैन कवि गृहस्थ। कृति-धर्मशर्माभ्युदय, जीवन्धर चम्पू। समय-ई.श.१० का मध्य। (ती./४/१४)। | <li><span class="HindiText">नोमक वंश के कायस्थ आर्द्रदेव नामक श्रेष्ठी के पुत्र आचारशास्त्र के वेत्ता जैन कवि गृहस्थ। कृति-धर्मशर्माभ्युदय, जीवन्धर चम्पू। समय-ई.श.१० का मध्य। (ती./४/१४)।</span></li> | ||
<li><span class="HindiText">'अणत्थमियकहा' के रचयिता एक अपभ्रंश कवि गृहस्थ। समय-वि.श.१५ का मध्य। (ती./४/२२२)।</span></li> | <li><span class="HindiText">'अणत्थमियकहा' के रचयिता एक अपभ्रंश कवि गृहस्थ। समय-वि.श.१५ का मध्य। (ती./४/२२२)।</span></li> | ||
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Revision as of 15:15, 31 January 2016
- नोमक वंश के कायस्थ आर्द्रदेव नामक श्रेष्ठी के पुत्र आचारशास्त्र के वेत्ता जैन कवि गृहस्थ। कृति-धर्मशर्माभ्युदय, जीवन्धर चम्पू। समय-ई.श.१० का मध्य। (ती./४/१४)।
- 'अणत्थमियकहा' के रचयिता एक अपभ्रंश कवि गृहस्थ। समय-वि.श.१५ का मध्य। (ती./४/२२२)।