समाधितंत्र: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="HindiText">इसका दूसरा नाम समाधिशतक भी है। यह ग्रन्थ आचार्य पूज्यपाद (ई.श. | <span class="HindiText">इसका दूसरा नाम समाधिशतक भी है। यह ग्रन्थ आचार्य पूज्यपाद (ई.श.5) कृत अध्यात्म विषयक 105 संस्कृत श्लोकों में निबद्ध है। इस पर आ.प्रभाचन्द्र (ई.950-1020) ने एक संस्कृत टीका लिखी है। (ती./2/229); (जै./2/196)</span> | ||
[[समाधिगुप्त | | <noinclude> | ||
[[ समाधिगुप्त | पूर्व पृष्ठ ]] | |||
[[Category:स]] | [[ समाधिबहुल | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: स]] |
Revision as of 21:48, 5 July 2020
इसका दूसरा नाम समाधिशतक भी है। यह ग्रन्थ आचार्य पूज्यपाद (ई.श.5) कृत अध्यात्म विषयक 105 संस्कृत श्लोकों में निबद्ध है। इस पर आ.प्रभाचन्द्र (ई.950-1020) ने एक संस्कृत टीका लिखी है। (ती./2/229); (जै./2/196)