सम्यग्ज्ञान: Difference between revisions
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<p> सम्यग्दर्शन से अज्ञान अन्धकार के नष्ट हो जाने पर उत्पन्न संशय, विपर्यय और अनध्यवसाय से रहित जीव आदि पदार्थों का विवेचनात्मक ज्ञान । <span class="GRef"> महापुराण 24.118-120, 47.305-307, 74.541, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 18.14-15 </span></p> | |||
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Revision as of 21:48, 5 July 2020
== सिद्धांतकोष से == देखें ज्ञान - III।
पुराणकोष से
सम्यग्दर्शन से अज्ञान अन्धकार के नष्ट हो जाने पर उत्पन्न संशय, विपर्यय और अनध्यवसाय से रहित जीव आदि पदार्थों का विवेचनात्मक ज्ञान । महापुराण 24.118-120, 47.305-307, 74.541, वीरवर्द्धमान चरित्र 18.14-15