अपृथग्विक्रिया: Difference between revisions
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<p> अशुभ कर्म के उदय से नारकियों को प्राप्त अत्यन्त विकृत, घृणित तथा कुरूप विक्रिया । महापुराण 10.102</p> | <p> अशुभ कर्म के उदय से नारकियों को प्राप्त अत्यन्त विकृत, घृणित तथा कुरूप विक्रिया । <span class="GRef"> महापुराण 10.102 </span></p> | ||
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Revision as of 21:37, 5 July 2020
अशुभ कर्म के उदय से नारकियों को प्राप्त अत्यन्त विकृत, घृणित तथा कुरूप विक्रिया । महापुराण 10.102