अभ्यनुज्ञातग्रहण: Difference between revisions
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Revision as of 21:37, 5 July 2020
अस्तेय महाव्रत की पाँच भावनाओं में तीसरी भावनाश्रावक के प्रार्थना करने पर आहार ग्रहण करना । महापुराण 20. 163 देखें अस्तेय