कालसुखी: Difference between revisions
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Revision as of 21:39, 5 July 2020
विद्याधरों की एक विद्या धरणेन्द्र के निर्देशानुसार दिति देवी ने यह विद्या नमि और विनमि को दी थी । हरिवंशपुराण 22.66