गन्ध: Difference between revisions
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<p id="1">(1) पूजा के अष्ट द्रव्यों में एक द्रव्य । महापुराण 17.251</p> | <p id="1">(1) पूजा के अष्ट द्रव्यों में एक द्रव्य । <span class="GRef"> महापुराण 17.251 </span></p> | ||
<p id="2">(2) सुगन्ध और दुर्गन्ध रूप घ्राणेन्द्रिय का विषय । यह चेतन-अचेतन वस्तुओं से प्राप्त होता है तथा कृत्रिम और प्राकृतिक के भेद से द्विविध होता है । महापुराण 75.620-622</p> | <p id="2">(2) सुगन्ध और दुर्गन्ध रूप घ्राणेन्द्रिय का विषय । यह चेतन-अचेतन वस्तुओं से प्राप्त होता है तथा कृत्रिम और प्राकृतिक के भेद से द्विविध होता है । <span class="GRef"> महापुराण 75.620-622 </span></p> | ||
<p id="3">(3) इक्षुवर समुद्र के दो रक्षक | <p id="3">(3) इक्षुवर समुद्र के दो रक्षक व्यन्तरों में एक अन्तर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.644 </span></p> | ||
Revision as of 21:40, 5 July 2020
(1) पूजा के अष्ट द्रव्यों में एक द्रव्य । महापुराण 17.251
(2) सुगन्ध और दुर्गन्ध रूप घ्राणेन्द्रिय का विषय । यह चेतन-अचेतन वस्तुओं से प्राप्त होता है तथा कृत्रिम और प्राकृतिक के भेद से द्विविध होता है । महापुराण 75.620-622
(3) इक्षुवर समुद्र के दो रक्षक व्यन्तरों में एक अन्तर । हरिवंशपुराण 5.644