जंघाचारण: Difference between revisions
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Revision as of 21:41, 5 July 2020
एक चारणऋद्धि । इस ऋद्धि से चरण उठाये बिना आकाश में चलना संभव हो जाता है । महापुराण 2. 73, पद्मपुराण 10. 139