द्रव्यबंध: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
m (Vikasnd moved page द्रव्यबन्ध to द्रव्यबन्ध without leaving a redirect: RemoveZWNJChar) |
(No difference)
|
Revision as of 16:31, 5 July 2020
भावबन्ध के निमित्त से जीव और कर्म का परस्पर संक्लिष्ट होना । यह बन्ध चार प्रकार का होता है― प्रकृति, स्थिति, अनुभाग और प्रदेश । वीरवर्द्धमान चरित्र 16.144-145