धरणीमौलि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> दक्षिण समुद्रतटवर्ती | <p> दक्षिण समुद्रतटवर्ती पृथ्वीकर्णतटा-अटवी के मध्य स्थित एक पर्वत । कालान्तर में यहाँ किष्किन्धपुर की रचना हो जाने से यह किष्किन्धगिरि नाम से विख्यात हुआ । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.510-511, 520-521 </span></p> | ||
Line 5: | Line 5: | ||
[[ धरणीधर | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ धरणीधर | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ धरणीवराह | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ध]] | [[Category: ध]] |
Revision as of 21:42, 5 July 2020
दक्षिण समुद्रतटवर्ती पृथ्वीकर्णतटा-अटवी के मध्य स्थित एक पर्वत । कालान्तर में यहाँ किष्किन्धपुर की रचना हो जाने से यह किष्किन्धगिरि नाम से विख्यात हुआ । पद्मपुराण 6.510-511, 520-521