प्रेक्षाशाला: Difference between revisions
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Revision as of 21:44, 5 July 2020
समवसरण में गोपुरों के आगे वीथियों की दोनों ओर निर्मित तीन-तीन खण्ड की नाट्यशालाएँ । इनमें बत्तीस-बत्तीस देव-कन्याएँ नृत्य करती है । महापुराण 22.260, हरिवंशपुराण 57.27-93