रथसेना: Difference between revisions
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<p> अच्युतेन्द्र की सेना की सात कक्षाओं मे तीसरा सैन्य कक्ष । यह सेना अपने सेनापति के अधीन रहती है । इसमें आठ हजार हाथी होते हैं । ये सेना युद्ध के समय अश्वसेना के पीछे चलती है । संग्राम के समय इस सेना के रथ सम्बद्ध राजाओं की ध्वजाओं से युक्त होते हैं । महापुराण 10.198-199, 26.77</p> | <p> अच्युतेन्द्र की सेना की सात कक्षाओं मे तीसरा सैन्य कक्ष । यह सेना अपने सेनापति के अधीन रहती है । इसमें आठ हजार हाथी होते हैं । ये सेना युद्ध के समय अश्वसेना के पीछे चलती है । संग्राम के समय इस सेना के रथ सम्बद्ध राजाओं की ध्वजाओं से युक्त होते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 10.198-199, 26.77 </span></p> | ||
Revision as of 21:46, 5 July 2020
अच्युतेन्द्र की सेना की सात कक्षाओं मे तीसरा सैन्य कक्ष । यह सेना अपने सेनापति के अधीन रहती है । इसमें आठ हजार हाथी होते हैं । ये सेना युद्ध के समय अश्वसेना के पीछे चलती है । संग्राम के समय इस सेना के रथ सम्बद्ध राजाओं की ध्वजाओं से युक्त होते हैं । महापुराण 10.198-199, 26.77