राहु: Difference between revisions
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<p> ज्योतिर्लोक के देव । इनके विमान आठ मणियों से निर्मित तथा श्याम होते हैं । ये चन्द्र-सूर्य के नीचे रहते हैं । इनके विमान एक योजन चौड़े, इतने ही लम्बे तथा ढाई सौ धनुष मोटे होते हैं । हरिवंशपुराण 6.17-18</p> | <p> ज्योतिर्लोक के देव । इनके विमान आठ मणियों से निर्मित तथा श्याम होते हैं । ये चन्द्र-सूर्य के नीचे रहते हैं । इनके विमान एक योजन चौड़े, इतने ही लम्बे तथा ढाई सौ धनुष मोटे होते हैं । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 6.17-18 </span></p> | ||
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Revision as of 21:46, 5 July 2020
ज्योतिर्लोक के देव । इनके विमान आठ मणियों से निर्मित तथा श्याम होते हैं । ये चन्द्र-सूर्य के नीचे रहते हैं । इनके विमान एक योजन चौड़े, इतने ही लम्बे तथा ढाई सौ धनुष मोटे होते हैं । हरिवंशपुराण 6.17-18