वसन्त: Difference between revisions
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<p id="1">(1) एक पर्वत । अयोध्या का राजा वज्रबाहु अपनी रानी मनोदया और साले उदयसुन्दर के साथ यहाँ आया था । यहाँ उस समय गुणसागर मुनि थे । धर्मोपदेश सुनकर वहीं दीक्षित हो गया । पद्मपुराण 21. 73-127 दे वज्रबाहु-4</p> | <p id="1">(1) एक पर्वत । अयोध्या का राजा वज्रबाहु अपनी रानी मनोदया और साले उदयसुन्दर के साथ यहाँ आया था । यहाँ उस समय गुणसागर मुनि थे । धर्मोपदेश सुनकर वहीं दीक्षित हो गया । <span class="GRef"> पद्मपुराण 21. 73-127 </span>दे वज्रबाहु-4</p> | ||
<p id="2">(2) राम का एक योद्धा इसने रावण की सेना से युद्ध किया था । पयु0 58.21-23</p> | <p id="2">(2) राम का एक योद्धा इसने रावण की सेना से युद्ध किया था । पयु0 58.21-23</p> | ||
<p id="3">(3) एक विद्याधर । प्रद्युम्नकुमार ने इसकी इसके वैरी मनोवेग विद्याधर से मित्रता कराकर एक कन्या और नरेन्द्र-जाल प्राप्त किया था । हरिवंशपुराण 47.40</p> | <p id="3">(3) एक विद्याधर । प्रद्युम्नकुमार ने इसकी इसके वैरी मनोवेग विद्याधर से मित्रता कराकर एक कन्या और नरेन्द्र-जाल प्राप्त किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 47.40 </span></p> | ||
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Revision as of 21:46, 5 July 2020
(1) एक पर्वत । अयोध्या का राजा वज्रबाहु अपनी रानी मनोदया और साले उदयसुन्दर के साथ यहाँ आया था । यहाँ उस समय गुणसागर मुनि थे । धर्मोपदेश सुनकर वहीं दीक्षित हो गया । पद्मपुराण 21. 73-127 दे वज्रबाहु-4
(2) राम का एक योद्धा इसने रावण की सेना से युद्ध किया था । पयु0 58.21-23
(3) एक विद्याधर । प्रद्युम्नकुमार ने इसकी इसके वैरी मनोवेग विद्याधर से मित्रता कराकर एक कन्या और नरेन्द्र-जाल प्राप्त किया था । हरिवंशपुराण 47.40