शाखावली: Difference between revisions
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<p> ऋक्षरज और सूर्यरज विद्याधरों का वश-परम्परागत सेवक । यह रणदक्ष और उसकी स्त्री सुश्रोणी का पुत्र या । पद्मपुराण 8. 456-457</p> | <p> ऋक्षरज और सूर्यरज विद्याधरों का वश-परम्परागत सेवक । यह रणदक्ष और उसकी स्त्री सुश्रोणी का पुत्र या । <span class="GRef"> पद्मपुराण 8. 456-457 </span></p> | ||
Revision as of 21:48, 5 July 2020
ऋक्षरज और सूर्यरज विद्याधरों का वश-परम्परागत सेवक । यह रणदक्ष और उसकी स्त्री सुश्रोणी का पुत्र या । पद्मपुराण 8. 456-457