श्रुतबुद्धि: Difference between revisions
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Revision as of 21:48, 5 July 2020
नैद्यावर्तपुर के राजा अतिवीर्य का दूत । राजा की दासता स्वीकार करने या अयोध्या छोड़कर समुद्र के उस पार चले जाने का सन्देश भरत के पास यही ले गया था । पद्मपुराण 37.31-36