सुबाहु: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) वृषभदेव के ग्यारहवें गणधर । हरिवंशपुराण 12.58</p> | <p id="1"> (1) वृषभदेव के ग्यारहवें गणधर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 12.58 </span></p> | ||
<p id="2">(2) मथुरा के निबासी बृहध्वज का पुत्र । हरिवंशपुराण 18.1</p> | <p id="2">(2) मथुरा के निबासी बृहध्वज का पुत्र । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18.1 </span></p> | ||
<p id="3">(3) राजा धृतराष्ट्र और रानी गान्धारी का ग्यारहवां पुत्र । पांडवपुराण 8.194</p> | <p id="3">(3) राजा धृतराष्ट्र और रानी गान्धारी का ग्यारहवां पुत्र । <span class="GRef"> पांडवपुराण 8.194 </span></p> | ||
<p id="4">(4) पुण्डरीकिणी नगरी के राजा वज्रसेन का पुत्र । यह पूर्वभव में अधौग्रैवेयक में अहमिन्द्र था । महापुराण 11.9, 11-12</p> | <p id="4">(4) पुण्डरीकिणी नगरी के राजा वज्रसेन का पुत्र । यह पूर्वभव में अधौग्रैवेयक में अहमिन्द्र था । <span class="GRef"> महापुराण 11.9, 11-12 </span></p> | ||
Revision as of 21:49, 5 July 2020
(1) वृषभदेव के ग्यारहवें गणधर । हरिवंशपुराण 12.58
(2) मथुरा के निबासी बृहध्वज का पुत्र । हरिवंशपुराण 18.1
(3) राजा धृतराष्ट्र और रानी गान्धारी का ग्यारहवां पुत्र । पांडवपुराण 8.194
(4) पुण्डरीकिणी नगरी के राजा वज्रसेन का पुत्र । यह पूर्वभव में अधौग्रैवेयक में अहमिन्द्र था । महापुराण 11.9, 11-12