सुवर्णाभपुर: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी का एक नगर । यहाँ का राजा विद्याधर मनोवेग चन्दना को हरकर ले गया था किन्तु अपनी पत्नी मनोवेगा द्वारा डाटे जाने पर पर्णलब्धी विद्या से उसे चन्दना को भूतरमण अटवी में छोड़ देना पड़ा था । महापुराण 75.36-44 देखें [[ चन्दना ]]</p> | <p> विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी का एक नगर । यहाँ का राजा विद्याधर मनोवेग चन्दना को हरकर ले गया था किन्तु अपनी पत्नी मनोवेगा द्वारा डाटे जाने पर पर्णलब्धी विद्या से उसे चन्दना को भूतरमण अटवी में छोड़ देना पड़ा था । <span class="GRef"> महापुराण 75.36-44 </span>देखें [[ चन्दना ]]</p> | ||
Line 5: | Line 5: | ||
[[ सुवर्णवर्मा | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ सुवर्णवर्मा | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ सुवर्त्मा | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: स]] | [[Category: स]] |
Revision as of 21:49, 5 July 2020
विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी का एक नगर । यहाँ का राजा विद्याधर मनोवेग चन्दना को हरकर ले गया था किन्तु अपनी पत्नी मनोवेगा द्वारा डाटे जाने पर पर्णलब्धी विद्या से उसे चन्दना को भूतरमण अटवी में छोड़ देना पड़ा था । महापुराण 75.36-44 देखें चन्दना