सूर्पणखा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> नभस्तिलक नगर के राजा त्रिशिखर विद्याधर की रानी । इसने विधवा होने पर मदनवेगा का रूप धारण करके छल से वसुदेव का हरण किया था । हरिवंशपुराण 25.41, 26-28</p> | <p> नभस्तिलक नगर के राजा त्रिशिखर विद्याधर की रानी । इसने विधवा होने पर मदनवेगा का रूप धारण करके छल से वसुदेव का हरण किया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 25.41, 26-28 </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ सूर्धप्रभा | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ सूर्पार | अगला पृष्ठ ]] | [[ सूर्पार | अगला पृष्ठ ]] |
Revision as of 21:49, 5 July 2020
नभस्तिलक नगर के राजा त्रिशिखर विद्याधर की रानी । इसने विधवा होने पर मदनवेगा का रूप धारण करके छल से वसुदेव का हरण किया था । हरिवंशपुराण 25.41, 26-28