निसृष्टार्थ: Difference between revisions
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<p> सन्देशवाहक सर्वश्रेष्ठ दूत । यह स्वयं विचार करके राजा का सन्देश यथोचित रूप से सम्बद्ध व्यक्ति तक पहुँचाता है । कार्य में सफलता प्राप्त करना उसका उद्देश्य होता है । महापुराण 43.202</p> | <p> सन्देशवाहक सर्वश्रेष्ठ दूत । यह स्वयं विचार करके राजा का सन्देश यथोचित रूप से सम्बद्ध व्यक्ति तक पहुँचाता है । कार्य में सफलता प्राप्त करना उसका उद्देश्य होता है । <span class="GRef"> महापुराण 43.202 </span></p> | ||
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Revision as of 21:43, 5 July 2020
सन्देशवाहक सर्वश्रेष्ठ दूत । यह स्वयं विचार करके राजा का सन्देश यथोचित रूप से सम्बद्ध व्यक्ति तक पहुँचाता है । कार्य में सफलता प्राप्त करना उसका उद्देश्य होता है । महापुराण 43.202