किन्नरमित्र: Difference between revisions
From जैनकोष
m (Vikasnd moved page किन्नरमित्र to किन्नरमित्र without leaving a redirect: RemoveZWNJChar) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> सुजन देश के नगरशोभ नगर के राजा के भाई सुमित्र का पुत्र और यक्षमित्र का सहोदर । इसकी श्रीचन्द्रा नाम की एक बहिन थी जो श्रीषेण और लोहजंघ के द्वारा एक वनराज के लिए हरी गई थी । इसने और इसके भाई दोनों ने श्रीषेण और लोहजंघ से युद्ध किया था किन्तु ये दोनों पराजित हो गये थे । महापुराण 75, 438-439, 478-493</p> | <p> सुजन देश के नगरशोभ नगर के राजा के भाई सुमित्र का पुत्र और यक्षमित्र का सहोदर । इसकी श्रीचन्द्रा नाम की एक बहिन थी जो श्रीषेण और लोहजंघ के द्वारा एक वनराज के लिए हरी गई थी । इसने और इसके भाई दोनों ने श्रीषेण और लोहजंघ से युद्ध किया था किन्तु ये दोनों पराजित हो गये थे । <span class="GRef"> महापुराण 75, 438-439, 478-493 </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ किन्नरद्वीप | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ किन्नरी | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: क]] | [[Category: क]] |
Revision as of 21:39, 5 July 2020
सुजन देश के नगरशोभ नगर के राजा के भाई सुमित्र का पुत्र और यक्षमित्र का सहोदर । इसकी श्रीचन्द्रा नाम की एक बहिन थी जो श्रीषेण और लोहजंघ के द्वारा एक वनराज के लिए हरी गई थी । इसने और इसके भाई दोनों ने श्रीषेण और लोहजंघ से युद्ध किया था किन्तु ये दोनों पराजित हो गये थे । महापुराण 75, 438-439, 478-493