ज्वलनवेग: Difference between revisions
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विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी के किन्नरोद्गति नगर का राजा अर्चिमाली और उसकी रानी प्रभावती का पुत्र । पिता ने इसे राज्य देकर दीक्षा ले ली थी । इसकी रानी का नाम विमला और पुत्र का नाम अंगारक था । इसने भी अपने भाई अशनिवेग को राज्य देकर दीक्षा ले ली थी । हरिवंशपुराण 19.80-84