अस्नान: Difference between revisions
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<span class="GRef"> मूलाचार/31 </span> <span class="PrakritText">ण्हाणादिवज्जणेण य विलित्तजल्लमल्लसेदसव्वंगं। अण्हाणं घोरगुणं संजमदुगपालयं मुणिणो।31।</span> = <span class="HindiText">जल से नहाना रूप स्नानादि क्रियाओं के छोड़ देने से जल्ल मल्ल स्वेद रूप देह के मैलकर लिप्त हो गया है सब अंग जिसमें ऐसा '''अस्नान''' नामक महागुण साधु के होता है।</span> <br /> | |||
<span class="HindiText">साधु का एक मूलगुण - देखें [[ स्नान ]]।</span> | |||
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मूलाचार/31 ण्हाणादिवज्जणेण य विलित्तजल्लमल्लसेदसव्वंगं। अण्हाणं घोरगुणं संजमदुगपालयं मुणिणो।31। = जल से नहाना रूप स्नानादि क्रियाओं के छोड़ देने से जल्ल मल्ल स्वेद रूप देह के मैलकर लिप्त हो गया है सब अंग जिसमें ऐसा अस्नान नामक महागुण साधु के होता है।
साधु का एक मूलगुण - देखें स्नान ।