आज्ञासम्यक्त्व: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> सम्यग्दर्शन के दस भेदों में प्रथम भेद― सर्वज्ञ देव की आज्ञा से छ: द्रव्यों मे रुचि (श्रद्धा) होना । <span class="GRef"> महापुराण 74.439-441, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 19.143 </span>देखें [[ सम्यक्त्व ]]</p> | <div class="HindiText"> <p> सम्यग्दर्शन के दस भेदों में प्रथम भेद― सर्वज्ञ देव की आज्ञा से छ: द्रव्यों मे रुचि (श्रद्धा) होना । <span class="GRef"> महापुराण 74.439-441, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 19.143 </span>देखें [[ सम्यक्त्व ]]</p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:52, 14 November 2020
सम्यग्दर्शन के दस भेदों में प्रथम भेद― सर्वज्ञ देव की आज्ञा से छ: द्रव्यों मे रुचि (श्रद्धा) होना । महापुराण 74.439-441, वीरवर्द्धमान चरित्र 19.143 देखें सम्यक्त्व