उपासना: Difference between revisions
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<p> प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति टीका / गाथा 262/354/12 उपासनं शुद्धात्मभावनासहकारिकारणनिमित्तसेवा।</p> | <p class="SanskritText">प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति टीका / गाथा 262/354/12 उपासनं शुद्धात्मभावनासहकारिकारणनिमित्तसेवा।</p> | ||
<p>= शुद्धात्म भावनाकी सहकारी कारणरूपसे की गयी सेवाको उपासना कहते हैं।</p> | <p class="HindiText">= शुद्धात्म भावनाकी सहकारी कारणरूपसे की गयी सेवाको उपासना कहते हैं।</p> | ||
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Revision as of 13:48, 10 July 2020
प्रवचनसार / तात्पर्यवृत्ति टीका / गाथा 262/354/12 उपासनं शुद्धात्मभावनासहकारिकारणनिमित्तसेवा।
= शुद्धात्म भावनाकी सहकारी कारणरूपसे की गयी सेवाको उपासना कहते हैं।