उल्कामुख: Difference between revisions
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<p> एक वन । यह भीलों की निवासभूमि थी । अपरनाम उल्कामुखी । वृषभदेव के तीर्थ में अयोध्यावासी रुद्रदत्त यहाँ के स्वामी कीलक के पास आकर रहा था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 156, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18,100-101 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> एक वन । यह भीलों की निवासभूमि थी । अपरनाम उल्कामुखी । वृषभदेव के तीर्थ में अयोध्यावासी रुद्रदत्त यहाँ के स्वामी कीलक के पास आकर रहा था । <span class="GRef"> महापुराण 70. 156, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18,100-101 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
एक वन । यह भीलों की निवासभूमि थी । अपरनाम उल्कामुखी । वृषभदेव के तीर्थ में अयोध्यावासी रुद्रदत्त यहाँ के स्वामी कीलक के पास आकर रहा था । महापुराण 70. 156, हरिवंशपुराण 18,100-101