क्षेत्र - भव्यत्व: Difference between revisions
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<td colspan="2" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>मारणान्तिक समुद्घात </strong> </p></td> | <td colspan="2" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>मारणान्तिक समुद्घात </strong> </p></td> | ||
<td width="63" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>उपपाद </strong> </p></td> | <td width="63" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>उपपाद </strong> </p></td> | ||
<td width="73" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली | <td width="73" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली समु. </strong> </p></td> | ||
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Revision as of 14:19, 20 July 2020
- भव्यत्व मार्गणा
प्रमाण |
मार्गणा |
गुण स्थान |
स्वस्थान स्वस्थान |
विहारवत् स्वस्थान |
वेदना व कषाय समुद्घात |
वैक्रियक समुद्घात |
मारणान्तिक समुद्घात |
उपपाद |
तैजस, आहारक व केवली समु. |
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नं. 1 पृ. |
नं. 2 पृ. |
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360 |
भव्य |
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मूलोघ वत् |
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अभव्य |
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सर्व |
च/असं, म×असं |
सर्व |
च/असं, म×असं |
सर्व |
मारणान्तिक वत् |
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131 |
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भव्य |
1-14 |
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— |
मूलोघ वत् |
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— |
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— |
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132 |
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अभव्य |
1 |
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स्व ओघ वत् |
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