क्षेत्र - ज्ञान: Difference between revisions
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<td width="92" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>मारणान्तिक समुद्घात </strong> </p></td> | <td width="92" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>मारणान्तिक समुद्घात </strong> </p></td> | ||
<td width="66" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>उपपाद </strong> </p></td> | <td width="66" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>उपपाद </strong> </p></td> | ||
<td width="72" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली | <td width="72" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तैजस, आहारक व केवली समु. </strong> </p></td> | ||
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<td width="72" valign="top"><p class="HindiText">केवल | <td width="72" valign="top"><p class="HindiText">केवल तै.आ.मूलोघ वत् </p></td> | ||
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Revision as of 14:19, 20 July 2020
- ज्ञान मार्गणा
प्रमाण |
मार्गणा |
गुण स्थान |
स्वस्थान स्वस्थान |
विहारवत् स्वस्थान |
वेदना व कषाय समुद्घात |
वैक्रियक समुद्घात |
मारणान्तिक समुद्घात |
उपपाद |
तैजस, आहारक व केवली समु. |
|
नं. 1 पृ. |
नं. 2 पृ. |
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|
350 |
मति श्रुत अज्ञान |
|
सर्व |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
सर्व |
ति×असं, ति/सं, म×असं |
सर्व |
मारणान्तिक वत् |
|
|
351 |
विभंग ज्ञान |
|
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/सं, म×असं |
त्रि×असं, ति/असं, म×असं |
|
|
116 |
352 |
मति श्रुत ज्ञान |
|
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
केवल तै.आ.मूलोघ वत् |
116 |
352 |
अवधि ज्ञान |
|
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
केवल तै.आ.मूलोघ वत् |
116 |
352 |
मन:पर्यय ज्ञान |
|
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×सं |
म×असं |
च/असं, म×असं |
मारणान्तिक वत् |
|
116 |
352 |
केवल ज्ञान |
|
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
|
|
|
|
केवल केवली समुद्घात मूलोघ वत् |
117 |
|
मति श्रुत अज्ञान |
1 |
सर्व |
त्रि×असं, ति/सं, द्वि×असं |
सर्व |
त्रि×असं, ति/सं, द्वि×असं |
सर्व |
मारणान्तिक वत् |
|
118 |
|
|
2 |
— |
— |
मूलोघ वत् |
— |
— |
— |
— |
118 |
|
विभंग ज्ञान |
1 |
|
|
स्व ओघ वत् |
|
|
— |
— |
119 |
|
|
2 |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, म×असं |
च/असं, ति×असं म×असं |
|
|
119 |
|
मति श्रुत ज्ञान |
4-12 |
— |
— |
मूलोघ वत् |
— |
— |
— |
— |
119 |
|
अवधि ज्ञान |
4-12 |
|
|
मूलोघ वत् |
|
|
— |
— |
119 |
|
मन:पर्यय ज्ञान |
6-12 |
|
|
मूलोघ वत् |
|
|
|
|
120 |
|
केवलज्ञान |
13-14 |
|
|
मूलोघ वत् |
|
|
— |
— |