चेतन: Difference between revisions
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द्रव्य में चेतन अचेतन की अपेक्षा भेद–देखें [[ द्रव्य#3 | द्रव्य - 3]]। | <span class="GRef"> प्रवचनसार/127 </span><span class="PrakritText">दव्वं जीवमजीवं जीवो पुण चेदणोवओगमओ। पोग्गलदव्वप्पमुहं अचेदणं हवदि य अज्जीवं।</span> =<span class="HindiText">द्रव्य जीव और अजीव के भेद से दो प्रकार हैं। उसमें चेतनामय तथा उपयोगमय जीव है और पुद्गलद्रव्यादिक अचेतन द्रव्य हैं। <br /> | ||
<span class="GRef"> पंचास्तिकाय/124 </span><span class="PrakritGatha">आगासकालपुग्गलधम्माधम्मेसु णत्थि जीवगुणा। तेसिं अचेदणत्थं भणिदं जीवस्स चेदणदा।124। </span>=<span class="HindiText">आकाश, काल, पुद्गल, धर्म और अधर्म में जीव के गुण नही हैं, उन्हें अचेतनपना कहा है। जीव को चेतनता है। अर्थात् छह द्रव्यों में पाँच अचेतन हैं और एक चेतन। </span>) | |||
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Revision as of 12:26, 16 June 2023
प्रवचनसार/127 दव्वं जीवमजीवं जीवो पुण चेदणोवओगमओ। पोग्गलदव्वप्पमुहं अचेदणं हवदि य अज्जीवं। =द्रव्य जीव और अजीव के भेद से दो प्रकार हैं। उसमें चेतनामय तथा उपयोगमय जीव है और पुद्गलद्रव्यादिक अचेतन द्रव्य हैं।
पंचास्तिकाय/124 आगासकालपुग्गलधम्माधम्मेसु णत्थि जीवगुणा। तेसिं अचेदणत्थं भणिदं जीवस्स चेदणदा।124। =आकाश, काल, पुद्गल, धर्म और अधर्म में जीव के गुण नही हैं, उन्हें अचेतनपना कहा है। जीव को चेतनता है। अर्थात् छह द्रव्यों में पाँच अचेतन हैं और एक चेतन। )
द्रव्य में चेतन अचेतन की अपेक्षा भेद–देखें द्रव्य - 3। )