दूत: Difference between revisions
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<p> | <p> संदेशवाहक । राज्य संचालन में इनका बड़ा महत्त्व है । ये तीन प्रकार के होते हैं― निःसृष्टार्थ, मितार्थ और पत्रवाहक । <span class="GRef"> महापुराण 43.202 </span></p> | ||
Revision as of 16:25, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से ==
- आहार का एक दोष–देखें आहार - II.4।
- वसतिका का एक दोष–देखें वस्तिका ।
पुराणकोष से
संदेशवाहक । राज्य संचालन में इनका बड़ा महत्त्व है । ये तीन प्रकार के होते हैं― निःसृष्टार्थ, मितार्थ और पत्रवाहक । महापुराण 43.202