आशंसा: Difference between revisions
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[[राजवार्तिक | राजवार्तिक]] अध्याय संख्या ७/३७/१/५५८/३३ आकाङ्क्षणमभिलाषः आशंसेत्युच्यते। | [[राजवार्तिक | राजवार्तिक]] अध्याय संख्या ७/३७/१/५५८/३३ आकाङ्क्षणमभिलाषः आशंसेत्युच्यते। | ||
= आकांक्षा अर्थात् अभिलाषाको आशंसा कहते हैं। |
Revision as of 08:42, 8 May 2009
राजवार्तिक अध्याय संख्या ७/३७/१/५५८/३३ आकाङ्क्षणमभिलाषः आशंसेत्युच्यते। = आकांक्षा अर्थात् अभिलाषाको आशंसा कहते हैं।