पाणिग्रहण: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> वैवाहिक क्रिया । विवाह-यज्ञ में करग्रहण के पश्चात् वर और कन्या दोनों पति-पत्नी हो जाते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 7. 248-249, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 6.53 </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 45.146 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> वैवाहिक क्रिया । विवाह-यज्ञ में करग्रहण के पश्चात् वर और कन्या दोनों पति-पत्नी हो जाते हैं । <span class="GRef"> महापुराण 7. 248-249, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 6.53 </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 45.146 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:55, 14 November 2020
वैवाहिक क्रिया । विवाह-यज्ञ में करग्रहण के पश्चात् वर और कन्या दोनों पति-पत्नी हो जाते हैं । महापुराण 7. 248-249, पद्मपुराण 6.53 हरिवंशपुराण 45.146