प्रभुत्व शक्ति: Difference between revisions
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पंचास्तिकाय / तत्त्वप्रदीपिका/28 <span class="SanskritText"> निर्वर्तितसमस्ताधिकारशक्तिमात्रं प्रभुत्वं ।</span> = <span class="HindiText">प्राप्त किये हुए समस्त (आत्मिक) अधिकारों की शक्ति मात्र रूप प्रभुत्व होता है । </span></p> | |||
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Revision as of 19:13, 17 July 2020
समयसार / आत्मख्याति/ परि./शक्ति नं. 7 अखण्डितप्रताप- स्वातन्त्र्यशालित्वलक्षणा प्रभुत्वशक्तिः । = जिसका प्रताप अखण्डित है, ऐसा स्वातन्त्र्य से शोभायमानपना जिसका लक्षण है, ऐसी प्रभुत्व शक्ति है । 7।
पंचास्तिकाय / तत्त्वप्रदीपिका/28 निर्वर्तितसमस्ताधिकारशक्तिमात्रं प्रभुत्वं । = प्राप्त किये हुए समस्त (आत्मिक) अधिकारों की शक्ति मात्र रूप प्रभुत्व होता है ।