रम्यककूट: Difference between revisions
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नील व रुक्मि पर्वतस्थ एक - एक कूट ।−देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4 ]]। | नील व रुक्मि पर्वतस्थ एक - एक कूट ।−देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4 ]]। | ||
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<p id="1"> (1) नील पर्वत के नौ कूटों में आठवाँ कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 99-101 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1"> (1) नील पर्वत के नौ कूटों में आठवाँ कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5. 99-101 </span></p> | ||
<p id="2">(2) रुक्मी पर्वत के आठ कूटों में तीसरा कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.102 </span></p> | <p id="2">(2) रुक्मी पर्वत के आठ कूटों में तीसरा कूट । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.102 </span></p> | ||
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Revision as of 16:57, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
नील व रुक्मि पर्वतस्थ एक - एक कूट ।−देखें लोक - 5.4 ।
पुराणकोष से
(1) नील पर्वत के नौ कूटों में आठवाँ कूट । हरिवंशपुराण 5. 99-101
(2) रुक्मी पर्वत के आठ कूटों में तीसरा कूट । हरिवंशपुराण 5.102