वसुनंदि श्रावकाचार: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
आ. | आ. वसुनंदि सं.3 (ई.श.11-12)। रचित प्राकृत गाथबद्ध ग्रंथ है।, इसमें 546 गाथाएँ हैं। (ती./3/227)। | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ वसुनंदि | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ वसुनंदि | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ वसुपाल | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: व]] | [[Category: व]] |
Revision as of 16:34, 19 August 2020
आ. वसुनंदि सं.3 (ई.श.11-12)। रचित प्राकृत गाथबद्ध ग्रंथ है।, इसमें 546 गाथाएँ हैं। (ती./3/227)।