वसुंधर: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
महापुराण/69/ श्लोक सं.- ऐरावत क्षेत्र के श्रीपुर नगर का राजा था।74। स्त्री की मृत्यु से विरक्त हो दीक्षा धार महाशुक्र स्वर्ग में उत्पन्न हुआ।75-77। यह जयसेन चक्रवर्ती के पूर्व का तीसरा भव है। - देखें [[ जयसेन ]]। | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 19:14, 17 July 2020
महापुराण/69/ श्लोक सं.- ऐरावत क्षेत्र के श्रीपुर नगर का राजा था।74। स्त्री की मृत्यु से विरक्त हो दीक्षा धार महाशुक्र स्वर्ग में उत्पन्न हुआ।75-77। यह जयसेन चक्रवर्ती के पूर्व का तीसरा भव है। - देखें जयसेन ।