श्रीनिलया: Difference between revisions
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<p> एक वापी । यह मेरु पर्वत की पश्चिमोत्तर (वायव्य) दिशा में विद्यमान चार वापियों में चौथी वापी है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.344 </span>। </p> | <div class="HindiText"> <p> एक वापी । यह मेरु पर्वत की पश्चिमोत्तर (वायव्य) दिशा में विद्यमान चार वापियों में चौथी वापी है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.344 </span>। </p> | ||
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Revision as of 16:58, 14 November 2020
एक वापी । यह मेरु पर्वत की पश्चिमोत्तर (वायव्य) दिशा में विद्यमान चार वापियों में चौथी वापी है । हरिवंशपुराण 5.344 ।