श्वेतिका: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> भरतक्षेत्र की नगरी । यहाँ का राजा वासव था । इसका अपर नाम | <p> भरतक्षेत्र की नगरी । यहाँ का राजा वासव था । इसका अपर नाम श्वेतांबिका था । <span class="GRef"> महापुराण 71.283, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 33. 161, </span><span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 2.117-118 </span></p> | ||
<p>ष</p> | <p>ष</p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ श्वेतांबर | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ षंड | अगला पृष्ठ ]] | [[ षंड | अगला पृष्ठ ]] |
Revision as of 16:38, 19 August 2020
भरतक्षेत्र की नगरी । यहाँ का राजा वासव था । इसका अपर नाम श्वेतांबिका था । महापुराण 71.283, हरिवंशपुराण 33. 161, वीरवर्द्धमान चरित्र 2.117-118
ष