सुवर्णवर्ण: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) वीरपुर नगर का राजा । इसने तीर्थंकर नमिनाथ को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । <span class="GRef"> महापुराण 59.56 </span></p> | <p id="1"> (1) वीरपुर नगर का राजा । इसने तीर्थंकर नमिनाथ को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । <span class="GRef"> महापुराण 59.56 </span></p> | ||
<p id="2">(2) | <p id="2">(2) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25. 197 </span></p> | ||
Revision as of 16:39, 19 August 2020
(1) वीरपुर नगर का राजा । इसने तीर्थंकर नमिनाथ को आहार देकर पंचाश्चर्य प्राप्त किये थे । महापुराण 59.56
(2) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25. 197