प्रेत्य भाव: Difference between revisions
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<p> न्यायदर्शन सूत्र/ मू./1/1/19/22<span class="SanskritText"> पुनरुत्पत्तिः प्रेत्यभावः । </span>= <span class="HindiText">मरकर फिर किसी शरीर में जन्म लेने को प्रेत्यभाव कहते हैं । </span></p> | <p><span class="GRef"> न्यायदर्शन सूत्र/ </span>मू./1/1/19/22<span class="SanskritText"> पुनरुत्पत्तिः प्रेत्यभावः । </span>= <span class="HindiText">मरकर फिर किसी शरीर में जन्म लेने को प्रेत्यभाव कहते हैं । </span></p> | ||
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Revision as of 13:01, 14 October 2020
न्यायदर्शन सूत्र/ मू./1/1/19/22 पुनरुत्पत्तिः प्रेत्यभावः । = मरकर फिर किसी शरीर में जन्म लेने को प्रेत्यभाव कहते हैं ।