अंग: Difference between revisions
From जैनकोष
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<LI> ([[पद्मपुराण]] सर्ग १०/१२) सुग्रीव का बड़ा पुत्र। ५. </LI> | <LI> ([[पद्मपुराण]] सर्ग १०/१२) सुग्रीव का बड़ा पुत्र। ५. </LI> | ||
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पं. ध./उ./४७८ लक्षणं च गुणश्चाङ्गं शब्दाश्चैकार्थवाचकाः। < | <p class="SanskritPrakritSentence">पं. ध./उ./४७८ लक्षणं च गुणश्चाङ्गं शब्दाश्चैकार्थवाचकाः। </p> | ||
<p class="HindiSentence">= लक्षण, गुण और अंग ये सब एकार्थवाचक शब्द हैं।</p> | <p class="HindiSentence">= लक्षण, गुण और अंग ये सब एकार्थवाचक शब्द हैं।</p> | ||
<UL start=0 class="BulletedList"> <LI> अनुमान के पाँच अंग – <b>देखे </b>[[अनुमान]] /३। </LI> | <UL start=0 class="BulletedList"> <LI> अनुमान के पाँच अंग – <b>देखे </b>[[अनुमान]] /३। </LI> |
Revision as of 11:27, 24 May 2009
- (म. पु. प्र. ४९/पं. पन्नालाल) मगध देश का पूर्व भाग। प्रधान नगर चम्पा (भागलपुर) है।
- भरत क्षेत्र आर्य खण्ड का एक देश - देखे मनुष्य /४।
- (पद्मपुराण सर्ग १०/१२) सुग्रीव का बड़ा पुत्र। ५.
- (धवला पुस्तक संख्या ५/प्र. २७) Element।
पं. ध./उ./४७८ लक्षणं च गुणश्चाङ्गं शब्दाश्चैकार्थवाचकाः।
= लक्षण, गुण और अंग ये सब एकार्थवाचक शब्द हैं।