विज्ञान: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
<p> न्यायविनिश्चय/ वृ.में उद्धृत/1/115/20<span class="SanskritText"> विज्ञानं मेयबोधनम्। </span>= <span class="HindiText">जानने योग्य पदार्थ का ज्ञान विज्ञान है।–(विशेष देखें [[ ज्ञान ]])। ( धवला 5/ प्र.28)–</span>Science.</p> | <p><span class="GRef"> न्यायविनिश्चय/ </span>वृ.में उद्धृत/1/115/20<span class="SanskritText"> विज्ञानं मेयबोधनम्। </span>= <span class="HindiText">जानने योग्य पदार्थ का ज्ञान विज्ञान है।–(विशेष देखें [[ ज्ञान ]])। (<span class="GRef"> धवला 5/ </span>प्र.28)–</span>Science.</p> | ||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 13:02, 14 October 2020
== सिद्धांतकोष से ==
न्यायविनिश्चय/ वृ.में उद्धृत/1/115/20 विज्ञानं मेयबोधनम्। = जानने योग्य पदार्थ का ज्ञान विज्ञान है।–(विशेष देखें ज्ञान )। ( धवला 5/ प्र.28)–Science.
पुराणकोष से
दान दातार के सात गुणों में चौथा गुण । इसमें दान के पात्र और देय आदि के क्रम का ज्ञान अपेक्षित होता है । महापुराण 20. 82, 84 देखें आहारविधि