अनंतदेव: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
सप्तभंग तरंङ्गिनी पृष्ठ अन्तिम प्रशस्ति-"आप दिगम्बराचार्य थे।" शिष्य विमलदास नामा एक गृहस्थ था। समय-प्लवङ्ग संवत्सर (?)। | <p> सप्तभंग तरंङ्गिनी पृष्ठ अन्तिम प्रशस्ति-"आप दिगम्बराचार्य थे।" शिष्य विमलदास नामा एक गृहस्थ था। समय-प्लवङ्ग संवत्सर (?)।</p> | ||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 22:36, 22 July 2020
सप्तभंग तरंङ्गिनी पृष्ठ अन्तिम प्रशस्ति-"आप दिगम्बराचार्य थे।" शिष्य विमलदास नामा एक गृहस्थ था। समय-प्लवङ्ग संवत्सर (?)।