अप्रतिपत्ति: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
श्लो./वा./४/न्या.४५९/५५१/२० अनुपलम्भोऽप्रतिपत्तिः।< | <p class="SanskritPrakritSentence">श्लो./वा./४/न्या.४५९/५५१/२० अनुपलम्भोऽप्रतिपत्तिः।</p> | ||
<p class="HindiSentence">= अनुपलब्धिको अप्रतिपत्ति कहते हैं। जिसकी अप्रतिपत्ति है उसका अभाव मान लिया जाता है।</p> | <p class="HindiSentence">= अनुपलब्धिको अप्रतिपत्ति कहते हैं। जिसकी अप्रतिपत्ति है उसका अभाव मान लिया जाता है।</p> | ||
[[Category:अ]] | [[Category:अ]] |
Revision as of 20:47, 24 May 2009
श्लो./वा./४/न्या.४५९/५५१/२० अनुपलम्भोऽप्रतिपत्तिः।
= अनुपलब्धिको अप्रतिपत्ति कहते हैं। जिसकी अप्रतिपत्ति है उसका अभाव मान लिया जाता है।