दृष्टि प्रवाद: Difference between revisions
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धवला 9/4,1,45/205/9 <span class="PrakritText">दिट्ठिवादो त्ति गुणणामं, दिट्ठीओ वददि त्ति सद्दणिप्पत्तीदो।</span> =<span class="HindiText">दृष्टिवाद यह गुणनाम है, क्योंकि दृष्टियों को जो कहता है, वह दृष्टिवाद है, इस प्रकार दृष्टिवाद शब्द की सिद्धि है। यह द्वादशांग श्रुतज्ञान का 12 वाँ अंग है। विशेष देखें [[ श्रुतज्ञान#III | श्रुतज्ञान - III]]। </span> | <span class="GRef"> धवला 9/4,1,45/205/9 </span><span class="PrakritText">दिट्ठिवादो त्ति गुणणामं, दिट्ठीओ वददि त्ति सद्दणिप्पत्तीदो।</span> =<span class="HindiText">दृष्टिवाद यह गुणनाम है, क्योंकि दृष्टियों को जो कहता है, वह दृष्टिवाद है, इस प्रकार दृष्टिवाद शब्द की सिद्धि है। यह द्वादशांग श्रुतज्ञान का 12 वाँ अंग है। विशेष देखें [[ श्रुतज्ञान#III | श्रुतज्ञान - III]]। </span> | ||
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Revision as of 13:00, 14 October 2020
धवला 9/4,1,45/205/9 दिट्ठिवादो त्ति गुणणामं, दिट्ठीओ वददि त्ति सद्दणिप्पत्तीदो। =दृष्टिवाद यह गुणनाम है, क्योंकि दृष्टियों को जो कहता है, वह दृष्टिवाद है, इस प्रकार दृष्टिवाद शब्द की सिद्धि है। यह द्वादशांग श्रुतज्ञान का 12 वाँ अंग है। विशेष देखें श्रुतज्ञान - III।