अक्षरविद्या: Difference between revisions
From जैनकोष
mNo edit summary |
(Imported from text file) |
(No difference)
|
Revision as of 16:16, 19 August 2020
ऋषभदेव द्वारा अपनी पुत्री ब्राह्मी को सिखायी गयी विद्यालिपिज्ञान । स्वर और व्यंजन के भेद से इसके दो भेद होते हैं । महापुराण 16.105-116 हरिवंशपुराण में इसे कला कहा है । हरिवंशपुराण 9.24