आत्मव्यवहार: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[प्रवचनसार]] / [[ प्रवचनसार तत्त्वप्रदीपिका | तत्त्वप्रदीपिका ]] / गाथा संख्या ९४/१११ अवचलितचेतनाविलासमात्रादात्मव्यवहारात्। | [[प्रवचनसार]] / [[ प्रवचनसार तत्त्वप्रदीपिका | तत्त्वप्रदीपिका ]] / गाथा संख्या ९४/१११ अवचलितचेतनाविलासमात्रादात्मव्यवहारात्। <br> | ||
= `मात्र अविचलित चेतना ही मैं हूँ' ऐसा मानना परिणमना सो आत्म व्यवहार है। | <p class="HindiSentence">= `मात्र अविचलित चेतना ही मैं हूँ' ऐसा मानना परिणमना सो आत्म व्यवहार है।</p> | ||
[[Category:आ]] | |||
[[Category:प्रवचनसार]] |
Revision as of 22:59, 8 May 2009
प्रवचनसार / तत्त्वप्रदीपिका / गाथा संख्या ९४/१११ अवचलितचेतनाविलासमात्रादात्मव्यवहारात्।
= `मात्र अविचलित चेतना ही मैं हूँ' ऐसा मानना परिणमना सो आत्म व्यवहार है।