कर्कोटक: Difference between revisions
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कंटक द्वीप में स्थित एक पर्वत – देखें [[ मनुष्य#4 | मनुष्य - 4]]। | कंटक द्वीप में स्थित एक पर्वत – देखें [[ मनुष्य#4 | मनुष्य - 4]]। | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p id="1">(1) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.36 </span> </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1">(1) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.36 </span> </span></p> | ||
<p id="2">(2) राजा वरण का तृतीय पुत्र । वासुकि और धनजय इसके अग्रज तथा शतमुख और विश्वरूप अनुज थे । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.50 </span> </span></p> | <p id="2">(2) राजा वरण का तृतीय पुत्र । वासुकि और धनजय इसके अग्रज तथा शतमुख और विश्वरूप अनुज थे । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 48.50 </span> </span></p> | ||
<p id="3">(3) कुंभ कंटक द्वीप का पर्वत । यहाँ चारुदत्त आया था । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21.123 </span> </span></p> | <p id="3">(3) कुंभ कंटक द्वीप का पर्वत । यहाँ चारुदत्त आया था । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21.123 </span> </span></p> | ||
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<p id="2">(5) कुंभकंटक द्वीप का एक पर्वत । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21.123 </span> </span></p> | <p id="2">(5) कुंभकंटक द्वीप का एक पर्वत । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 21.123 </span> </span></p> | ||
<p id="3">(6) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.36 </span> </span></p> | <p id="3">(6) जरासंध का पुत्र । <span class="GRef"> <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 52.36 </span> </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
सिद्धांतकोष से
कंटक द्वीप में स्थित एक पर्वत – देखें मनुष्य - 4।
पुराणकोष से
(1) जरासंध का पुत्र । हरिवंशपुराण 52.36
(2) राजा वरण का तृतीय पुत्र । वासुकि और धनजय इसके अग्रज तथा शतमुख और विश्वरूप अनुज थे । हरिवंशपुराण 48.50
(3) कुंभ कंटक द्वीप का पर्वत । यहाँ चारुदत्त आया था । हरिवंशपुराण 21.123
(4) धरण का पुत्र । हरिवंशपुराण 48.50
(5) कुंभकंटक द्वीप का एक पर्वत । हरिवंशपुराण 21.123
(6) जरासंध का पुत्र । हरिवंशपुराण 52.36