कालपरिवर्तन: Difference between revisions
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<p> द्रव्य, क्षेत्र, काल, भव कौर भाव इन पांच परिवर्तनों में एक परिवर्तन । उत्सर्पिणी और अवसर्पिणी के विभिन्न कालांशों में सांसारिक जीवों का निरंतर जन्म-मरण होता रहता है । यही काल-परिवर्तन है । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 11. 30 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> द्रव्य, क्षेत्र, काल, भव कौर भाव इन पांच परिवर्तनों में एक परिवर्तन । उत्सर्पिणी और अवसर्पिणी के विभिन्न कालांशों में सांसारिक जीवों का निरंतर जन्म-मरण होता रहता है । यही काल-परिवर्तन है । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 11. 30 </span></p> | ||
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Revision as of 16:53, 14 November 2020
द्रव्य, क्षेत्र, काल, भव कौर भाव इन पांच परिवर्तनों में एक परिवर्तन । उत्सर्पिणी और अवसर्पिणी के विभिन्न कालांशों में सांसारिक जीवों का निरंतर जन्म-मरण होता रहता है । यही काल-परिवर्तन है । वीरवर्द्धमान चरित्र 11. 30