केसरिविक्रम: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित सुरकांतार नगर का स्वामी एक विद्याधर । यह सातवें नारायण दत्त की जननी केशिका का बड़ा भाई था । इसने दत्त को सिंहवाहिनी तथा गरूडवाहिनी महाविद्याएं दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 66.114-116 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित सुरकांतार नगर का स्वामी एक विद्याधर । यह सातवें नारायण दत्त की जननी केशिका का बड़ा भाई था । इसने दत्त को सिंहवाहिनी तथा गरूडवाहिनी महाविद्याएं दी थी । <span class="GRef"> महापुराण 66.114-116 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 16:53, 14 November 2020
विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी में स्थित सुरकांतार नगर का स्वामी एक विद्याधर । यह सातवें नारायण दत्त की जननी केशिका का बड़ा भाई था । इसने दत्त को सिंहवाहिनी तथा गरूडवाहिनी महाविद्याएं दी थी । महापुराण 66.114-116